Abhi Nahi to Kabhi Nahi - Kamlesh Chaturvedi

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Thursday, July 30, 2020

Abhi Nahi to Kabhi Nahi

"इससे क्या हो जाएगा"
आज ये पोस्ट उन लोगो पर करारा तमाचा है जो एक वायरस की तरह आपके दिलोदिमाग में घुस गए हैं और हर बात पर बोलते हैं
"इससे क्या हो जाएगा"

हमने मार्च 2018 में दिल्ली के जंतर मंतर पर UFBU यूनियन के सामने प्रदर्शन किया 

"आप नही आये बोले इससे क्या होगा"

रविश कुमार NDTV व ABP न्यूज़ से लगातार बैंकर्स के मुद्दे उठवा रहे थे और समर्थन की मांग कर रहे थे

"आप बोले इससे क्या होगा और खुद आप हिन्दू मुस्लिम वाले चैनल में खोए थे"

हमने 51 पेज का सेटलमेंट ऑफ लेटर सब बैंक्स में डाला और IBA को मजबूर किया जिसके बाद उसे लिखना पड़ा कि हम लीगल बॉडी नही है 

"आप ने तब बोला इससे क्या हो गया UFBU को हटाओ तब जाने" 

हमने 3 राज्यो में रेजिस्ट्रेशन कराया और मेम्बरशिप के लिए वेबसाइट लांच की

"आपने कहा इससे क्या होगा पूरे देश मे करो और मेंबर्स तो तब बनेंगे जब UFBU खत्म हो जाएगा"

हमारी RTI टीम और Dy CLC के यहाँ केस करने के कारण इतिहास में पहली बार हमारे दबाव में बिना यूनियन UFBU की जानकारी के 1 माह का Ad hoc पेमेंट दिया गया वो भी सेटलमेंट के बीच मे जिसमे आपको लेवी भी नही देनी पड़ी

"आपने कहा वो तो सरकार ने खुश होकर दिया क्योकि बैंकर्स बहुत काम करते हैं"

हमने ट्विटर फेसबुक यूटयूब पर बैंकर्स के मुद्दे उठाए व आपसे सपोर्ट के नाम पर बस शेयर करने को बोला 

"आपने कहा शेयर करने से क्या होगा जब मिलियन लोगो तक पहुचेगा तब हम अपने मुद्दे वाली चीज शेयर करेंगे"

जब मीडिया कोरोना काल मे सब को पूछ रही थी वही सरकार ने ₹500 देकर बैंक में भीड़ बढ़ गयी थी । हमारी मीडिया सेल ने सभी न्यूज़ चैनल पर बैंक के बाहर भीड़ को दिखवाया प्राइम टाइम में और ABP पर घण्टी बजाओ प्रोग्राम चलवाया जिससे प्रशाशन सख्त हुआ और बैंक के बाहर होमगार्ड की ड्यूटी लगी ।।

"आपने कहा कि इससे क्या फर्क हो गया"

We Bankers जब सम्मानजनक वेतन के लिये CPC या उसके बराबर वेतन की मांग के लिए आपसे सपोर्ट मांगा तो 

"आपने कहा 3 साल से लेट हो रहा है जो मिल जाये ठीक है, अब 2.5% मिला तो खुल कर बोल भी नही पा रहे है बोलते हैं इससे क्या होगा"

हमने लाइव डिबेट का प्रोग्राम रखा जिसमे आम बैंकर्स लाइव आकर आपके सामने क्या चाहते हैं वो बताया साथ ही UFBU को आमंत्रित किया कि लाइव डिबेट में आकर BPS vs CPC पर बहस करे

"आपने कहा इससे क्या हो जाएगा"

आज के UFBU के नेताजी ने सोशल प्लेटफॉर्म की महत्ता को समझते हुए करोड़ो रुपियो की IT टीम खरीदकर ट्विटर, फेसबुक यहाँ तक कि लाइव भी आने की कोशिश करने लगे ।

"आपने उनको खूब शेयर किया भले उन्होंने लाइव में चैट ऑफ कर दिया था"


We Bankers ही ऐसा एक संगठन है जो ट्विटर, ओपन फेसबुक, यूट्यूब, वेबसाइट, इंस्टाग्राम , टेलीग्राम, प्ले स्टोर पर अप्प, लाइव डिबेट के माध्यम से आपसे जुड़ना चाहता है और अपेक्षा करता है कि आप इसको शेयर करे 

"पर आप इससे क्या हो जाएगा हमे तो भगत सिंह चाहिए हम तो उनको शेयर भी नही करेंगे "

हमने 9667000365 नंबर लांच किया जिसमें काल करने पर बैंकर्स के मुद्दों को सुनने और शेयर करने के साथ आप सपोर्ट भी कर सकते है 

"आपने कहा काल करने से क्या होगा"

हमारी टीम की तरफ से ऑटोमेटेड काल 8045513855 से करके 1 बार मे 1 लाख लोगों से संपर्क साधा जाता है जिसमे देश के सभी हिस्सों तक हमारी पहुँच बने व लोग जुड़ कर एक मंच पर आए

"आपने बोला कॉल तो आयी थी आपकी तरफ से पर फिर वही इससे क्या हो जाएगा"

अब बैंको को प्राइवेट करने की खबर चलाई जा रही है, हम प्राइवेट के खिलाफ है इसलिए हम हर प्लेटफॉर्म पर इसका विरोध दर्ज कर रहे हैं 

"पर आप कहते हैं इससे क्या होगा रोक के दिखाओ प्राइवेट तो जाने"  

तो हमारा सवाल उन बैंकर्स जो ये कहते है कि "इससे क्या होगा" आज बताये की फिर किससे होगा , कुछ नही होगा ऐसा मैसेज फैला कर इतना टाइम गवा दिए और जो कोई भी आगे बढ़ने का इच्छुक होता है उसे अपनी बुजदिली वाले शब्द कह कर पीछे धकेलने वालो से

 We Bankers का खुला सवाल है 

"तुमसे क्या हो पायेगा"
घर मे रहो
गुलामी करो
और जब कुछ अच्छा हो जाये तो उसका मुनाफा लेने सबसे आगे खड़े हो जाओ"

तुमसे इतना ही हो पायेगा ।।

पर जो लोग चाहते हैं इससे कुछ हो पायेगा अधिक से अधिक शेयर करे क्योकि कुछ न करने से तो अच्छा है कुछ तो किया जाए ।।

https://www.webankers.in

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